शिक्षा विभाग की डिजिटल शिक्षा के स्थाई प्रावधान हेतु अनूठी और देश में पहली पहल
देश का पहला डिजिटल शिक्षा प्रोजेक्ट
e- कक्षा प्रोजेक्ट
राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग की डिजिटल शिक्षा के स्थाई प्रावधान हेतु अनूठी और देश में पहली पहल।
शिक्षा विभाग ने प्रोजेक्ट e कक्षा के माध्यम से समस्त विद्यालयों के लिए कक्षा 6 से 12 के विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क डिजिटल शिक्षा देने की शुरूआत की है। विभाग के चयनित शिक्षक स्वयं डिजिटल शिक्षण सामग्री तैयार एवं स्टूडियों में स्वयं विडियो रिकार्डिंग एवं प्रस्तुतीकरण कर रहे है।
सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा उनके वीडियो के डिजिटल सामग्री तैयार करवा कर विद्यालय में उपयोग लेने वाला राजस्थान देश में अग्रणी राज्य बन गया। इसमें मिशन ज्ञान का तकनीकी सहयोग तथा वेदांता केयर्न इण्डिया से सहायता मिल रही है।
इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत 6 से 12 के सभी विषयों के लिए रिकार्डेड वीडियो के रूप में डिजिटल शिक्षण सामग्री तैयार की जा रही है।
यह डिजिटल सामग्री सरल हिन्दी में राज्य में संचालित पाठ्यक्रम के लिए अनुकूलित पाठ्य पुस्तकों से तैयार कराई गई है।
ई- शिक्षा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य माध्यमिक शिक्षा, राजस्थान के प्रत्येक विद्यालय के लिए ई-लाइब्रेरी तैयार करना है जो शिक्षक की अनुपलब्धता के शिक्षण को नियमित रखने में सहायता करेगी।
यह शिक्षण सामग्री एन्ड्रॉयड मोबाइल फोन, आई.सी.टी. लैब, e- कक्षा का यू टयूब चैनल एवं एप के माध्यम से प्राप्त की जा सकेगी।
इस प्रोजेक्ट के माध्यम से प्रदेश की 1 लाख 3 हजार स्कूलो मे ई लाइब्रेरी बनेगी
इसमे कक्षा 6 से लेकर 12 तक सभी विषयों के विडियो ऑडियो कंटेंट तैयार किए गए हैं।
यह ई-लाइब्रेरी आगामी दो माह मे सभी स्कूलों तक पहुंच जाएगी।
संस्थाप्रधानो को पाठ्यक्रम हार्ड डिस्क में भी उपलब्ध कराया जाएगा ताकि इंटरनेट नही होने पर सीधे कम्प्यूटर पर शिक्षक अध्ययन करा सकेंगे।
दूरदर्शन पर शिक्षा दर्शन प्रसारण में भी e- कक्षा के पाठ्यक्रम का प्रसारण किया जाना है।
e- शिक्षा का लक्ष्य है परिस्थिति कैसी भी हो "पढ़ेगा राजस्थान, बढ़ेगा राजस्थान।"